केरल में नन से बलात्कार के आरोप में घिरे जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल
को आज कोच्चि से गिरफ्तार कर लिया है। 85 दिन पहले केरल पुलिस ने बिशप के
खिलाफ मामला दर्ज किया था। उनकी गिरफ्तारी में हो रही देरी के चलते प्रदेश
भर में विरोध किया जा रहा था।
क्राइम ब्रांच पिछले तीन दिन से बिशप से पूछताछ कर रही थी। करीब एक महीना
पहले भी जालंधर में उससे पूछताछ की गई थी। मुलक्कल जालंधर डायोसिस के तहत
आने वाले मिशनरीज ऑफ जीसस का बिशप था। विशेष जांच दल ने गुरुवार को उससे आठ
घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। बिशप को शुक्रवार को जांच दल के समक्ष पेश
होने का आदेश दिया गया था, जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
मुलक्कल की अग्रिम जमानत याचिका उच्च न्यायालय में लंबित है। पूछताछ के बाद
पुलिस ने बताया कि जांच दल के सामने मामला आने के बाद इस संबंध में
सत्यापन की जरूरत है और शुक्रवार सुबह तक इसे पूरा कर लिया जाएगा। कैथोलिक
बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया ने बताया कि पोप फ्रांसिस ने अस्थायी तौर पर
उन्हें उनकी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया है। इस फैसले का प्रदर्शनरत
ननों से स्वागत किया और इसे पूर्व बिशप के खिलाफ उनकी लड़ाई में ‘पहली जीत’
बताया। जालंधर डायोसिस के ‘मिशनरीज ऑफ जीसस कांग्रिग्रेशन’ की केरल स्थित
नन ने मुलक्कल पर बार-बार बलात्कार और यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया है।