यूपी के धामपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंचे बीजेपी के
राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दो
सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर तीखा तंज कसा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी
अमेठी में हार के डर से केरल के वायनाड भाग रहे हैं ताकि वहां ध्रुवीकरण के
जरिए जीत हासिल कर सके। शाह ने ‘हिंदू आतंकवाद’ को लेकर भी कांग्रेस
पार्टी को आड़े हाथों लिया।
उन्होंने कहा, ‘विपक्ष के लोग तुष्टिकरण की राजनीति करने से बाज नहीं
आते। अभी कुछ दिन पहले पंचकूला की एक कोर्ट ने 2007 में समझौता एक्सप्रेस
में हुए विस्फोट पर फैसला दिया। उस समय की कांग्रेस सरकार ने कहा था कि
समझौता एक्सप्रेस विस्फोट हिन्दू आतंकवाद का नमूना है।
कांग्रेस ने पूरी दुनिया में विश्व बंधुत्व का भाव बढ़ाने वाले हिन्दू समुदाय को आतंकवाद के साथ जोड़कर बदनाम करने का काम किया।
शाह ने सवाल किया, हिन्दू कभी आतंकवादी हो सकता है क्या? उन्होंने कहा,
‘शायद राहुल गांधी को नहीं पता कि हम तो चीटियों को भी आटा खिलाने वाले
लोग हैं, लोगों को कैसे मारेंगे। आतंकवाद को धर्म के साथ जोड़ने का पाप
कांग्रेस ने किया। अपनी वोटबैंक की राजनीति के लिए पूरी दुनिया में
गौरवशाली हिन्दू समुदाय को बदनाम करने का पाप कांग्रेस ने किया है।’
शाह ने कहा, ‘उस समय के गृहमंत्री पी चिदंबरम, सुशील कुमार शिंदे और
राहुल गांधी स्वयं अमेरिकी राजदूत से बोले थे कि लश्कर-ए-तैयबा खतरा नहीं
है बल्कि हिन्दू आतंकवाद से खतरा है।
शाह ने कहा, ‘कांग्रेस की वोटबैंक की राजनीति ने देश की सुरक्षा के साथ
खिलवाड़ करने का काम किया है। इसी का नतीजा है कि राहुल गांधी अमेठी छोड़कर
केरल की ओर भागे हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि इस बार अमेठी में उनका
हिसाब-किताब होना तय है। उनका मकसद ध्रुवीकरण के जरिए केरल में जीत हासिल
करने का है।’