बच्चों की मौत पर अस्पताल पहुंचे थे कन्हैया कुमार, देखिए उनके साथ वहां क्या हुआ


बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से हो रही बच्चों की मौत नीतीश सरकार के लिए चिंता विषय बनी हुई है। नीतीश कुमार के अलावा कई मंत्री, नेता भी अस्पताल का दौरा कर चुके हैं। इसी के बीच बेगूसराय लोकसभा से सीट से हार का मुंह देख चुके कन्हैया कुमार भी जब अस्पताल पहुंचे तो वहां उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा।


कन्हैया कुमार जब एसकेएमसीएच अस्पताल पहुंचे तो वहां भीड़ जमा हो गई। बड़ी मुश्किल से पुलिस ने आकर मौके पर मोर्चा संभाला और भीड़ पर काबू पाया। बता दें अस्पताल में पहले से ही मरीज के परिवार वाले और रिश्तेदार जमा हुए हैं ऐसे में कन्हैया कुमार भी अपने 50-60 समर्थकों के साथ हॉस्पिटल पहुंच गए। वहां हद तो तब हो गई जब कन्हैया कुमार का स्वागत फूल-माला से किया गया। फिर उन्हें अस्पताल ले जाया गया।

कन्हैया कुमार को देखकर अस्पताल में मौजूद लोगों ने उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई, लोगों ने कहा कि, ‘आने में इतनी देर क्यों हुई और आए भी तो खाली हाथ। बच्चों की मौत पर राजनीतिक रोटी सेंकने आए हैं।’ जब कन्हैया कुमार वापस लौटने लगे तो उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा।

एईएस के चलते शनिवार सुबह तक 173 बच्चों की मौत हाे चुकी है। शुक्रवार को 6 बच्चों की मौत हुई थी। एसकेएमसीएच में अभी 124 और केजरीवाल अस्पताल में पांच बच्चों का इलाज चल रहा है। एसकेएमसीएच में अब तक भर्ती 429 बच्चों में से 188 को डिस्चार्ज किया जा चुका है।

एसकेएमसीएच में वेंटिलेटर सहित अन्य आवश्यक मेडिकल उपकरणों की खरीदारी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शुक्रवार को बिहार सरकार के हेल्थ सेक्रेटरी, एडिशनल सेक्रेटरी सहित राज्य स्तर के कई पदाधिकारियों ने एसकेएमसीएच के पीआईसीयू वाॅर्ड का जायजा लिया। अस्पताल अधीक्षक डॉ. एसके शाही ने बताया कि टीम की ओर से आवश्यक उपकरण की खरीदारी करने की अनुमति दी गई है।

अधीक्षक ने बताया कि 398 बच्चों की जांच रिपोर्ट में खून में शुगर की कमी का मामला सामने आया है। अस्पताल में काफी ऐसे बच्चे भर्ती हुए हैं, जिनका शुगर लेवल 20 से 22 तक था। कुपोषण पर हैदराबाद की एक टीम गांवों में घूम-घूम कर सर्वे कर रही है।