मध्यप्रदेश में बिल पर वोटिंग में BJP के 2 विधायक कमलनाथ के साथ

मध्य प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर हमारे नंबर 1 और नंबर 2 इशारा करें तो 24 घंटे में मध्य प्रदेश सरकार गिर सकती है। तो वहीं इसके उलट बुधवार को विधानसभा में वोटिंग (आपराधिक कानून संशोधन) के दौरान बीजेपी के दो विधायकों ने कमलनाथ सरकार के समर्थन में मतदान किया।

शिवराज सिंह ने सोमवार को कहा था कि मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार अगर गिरती है तो इसमें बीजेपी का कोई रोल नहीं होगा क्योंकि उनकी आतंरिक कलह और फूट इसके लिए जिम्मेदार होगी। शिवराज सिंह ने कहा था कि कमलनाथ सरकार सपा और बसपा के सहारे चल रही है।

मध्य प्रदेश में मंत्री जीतू पटवारी ने दावा ठोंकते हुए कहा था कि बीजेपी कमलनाथ को कुमारस्वामी न समझे क्योंकि यहां विधायकों की खरीद-फरोख्त करने के लिए उसे 7 जन्म लेने पड़ेंगे। उधर मध्यप्रदेश में बीएसपी विधायक संजीव सिंह ने कमलनाथ सरकार को आगाह करते हुए कहा कि कांग्रेस अपने विधायक संभाले, अन्यथा गड़बड़ हो सकती है।

kamalnath

विधानसभा में भी हंगामा
विधानसभा में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ध्यानाकर्षण पर चर्चा के दौरान बुधवार को विपक्ष को बहुमत परीक्षण की चुनौती देते हुए कहा, विपक्ष चाहे तो वह कभी भी बहुमत का परीक्षण कर ले, हम आज ही इसके लिए तैयार हैं, यहां कोई विधायक बिकाऊ नहीं है। कांग्रेस की सरकार पूरे पांच साल चलेगी और दम के साथ चलेगी विकास का एक ऐसा नक्शा बनेगा जो हर वर्ग के लिए होगा।