अमेरिकी सीनेट में एक भारत के लिए एक विधेयक पारित किया है, जो भारत को
नाटो सहयोगियों जैसा दर्जा देने के लिए है। दरअसल, विधेयक भारत को अमेरिका
के नाटो सहयोगियों के बराबर का दर्जा प्रदान करता है। बता दें कि इससे पहले
अमेरिका इजरायल और दक्षिण कोरिया को ये दर्जा दे चुका है। वित्तीय वर्ष
2020 के लिए राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम (एनडीएए) के संसोधन को
अमेरिकी सीनेट ने पारित किया।
अमेरिका ने भारत को 2016 में बड़ा रक्षा साझीदार माना था। इस दर्जे का
अर्थ है कि भारत उससे अधिक एडवांस और महत्वपूर्ण तकनीक वाले हथियारों की
खरीद कर सकता है। अमेरिका की सीनेट में पारित विधेयक से भारत को उसके साथ
रक्षा सहयोग बढ़ाने में सहायता मिलेगी। इस विधेयक के पारित होने से अमेरिका
अब अपनी सभी जटिल रक्षा तकनीकी भारत को दे सकता है।
जानकारी के अनुसार, इस विधेयक में संशोधन प्रस्ताव को सीनेटर मार्क
वार्नर और सीनेटर जॉन कॉर्निन ने पेश किया। इस संशोधन से हिंद महासागर में
भारत अमेरिका के बीच मानवीय सहायता, आतंकवाद विरोधी अभियान, समुद्री डकैतों
के खिलाफ अभियान और समुद्री सुरक्षा जैसे क्षेत्रों रक्षा सहयोग के
क्षेत्रों में सहयोग बढ़ेगा।
विधेयक को अमेरिकी कांग्रेस के दोनों सदनों- प्रतिनिधि सभा और सीनेट में
पास होने के बाद कानून में बदला जाएगा। आशा की जा रही है कि 29 जुलाई से
शुरू होने वाले एक महीने के अवकाश से पहले ही इस विधेयक को प्रतिनिधि सभा
में पास करने के लिए पेश किया जाएगा।