इस समय कश्मीर को लेकर एक एक कदम पर लोगों की निगाहें लगी हुई हैं। इस
बीच गृहमंत्री अमित शाह ने संसद के भीतर एक अहम बैठक बुला ली है। इसमें
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और गृह सचिव राजीब गॉबा भी मौजूद
हैं। सूत्रों के मुताबिक जम्मू कश्मीर को लेकर किसी बड़े फैसले पर ये बैठक
बुलाई गई है।
इस बीच पीएम ने भी सोमवार को कैबिनेट की बैठक बुला ली है। उसमें भी
कश्मीर पर विचार होने की जानकारी है। ये दोनो ही बैठकें कश्मीर में बड़े
एक्शन के पहले का निर्णायक विचार विमर्श मानी जा रही हैं। एक महत्वपूर्ण
कदम उठाते हुए सरकार सोमवार को राज्यसभा में जम्मू कश्मीर आरक्षण संशोधन
बिल भी पेश कर सकती है।
इस बिल को लोकसभा से पास किया जा चुका है। इसके तहत जम्मू कश्मीर में
अंतरराष्ट्रीय सीमा के 10 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को आरक्षण
की सुविधा दी गई है। उन्हें सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में 3
फीसदी का आरक्षण देने का प्रावधान किया गया है। अभी तक ये सुविधा
अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे हुए लोगों के लिए नही थी। ये लोग अक्सर ही
पाकिस्तान की तरफ से आने वाली फायरिंग का शिकार होते हैं।
इस बीच कश्मीर के किश्तवाड़ में 43 दिन की मचैल मठ यात्रा को भी रोक
दिया गया है। अमर नाथ यात्री निवास परिसर में लगे इकलौते लंगर में भी सामान
समेटेने का काम शुरू हो गया है। कश्मीर को लेकर घटनाक्रम तेजी से बदलता जा
रहा है।