पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बुधवार को विदेशी मीडिया को दिए एक
इंटरव्यू दिया जिसमें उनकी हताशा साफ झलक रही है। साक्षात्कार में इमरान
खान ने कहा कि, भारत से अब बात करने का कोई फायदा नहीं है और ना ही इसको
लेकर हम अपील ही करेंगे।
यॉर्क टाइम्स को इंटरव्यू देते हुए इमरान खान ने कहा कि “अब उनसे
बात करने का कोई फायदा नहीं है। मैंने बातचीत करने की सारी कोशिशें कर लीं।
मैंने बार-बार बातचीत के लिए अनुरोध किया लेकिन भारतीय प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने नजरअंदाज कर दिया। दुर्भाग्य है कि अब जब मैं पीछे मुड़कर
देखता हूं तो लगता है कि मेरी शांति और बातचीत की सारी कोशिशों को उन्होंने
तुष्टीकरण के तौर पर लिया।” आपको बता दें कि इसके साथ ही, इमरान खान ने एक
बार फिर परमाणु युद्ध की धमकी दी।
बता दें कि कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म होने के बाद से ही इमरान खान
बौखलाए से हैं, और मोदी सरकार के खिलाफ पीएम लगातार बयानबाजी कर रहे हैं।
उन्होंने पीएम मोदी को फासीवादी और हिंदूवादी करार देते हुए आरोप लगाया कि
वह कश्मीर की मुस्लिम बहुल आबादी का सफाया कर उसे हिंदू बहुल इलाके में
तब्दील कर देना चाहते हैं।
युद्ध की धमकी देते हुए इमरान ने कहा कि जब दो परमाणु शक्ति संपन्न
आमने-सामने होंगे तो कुछ भी हो सकता है। पाकिस्तान पीएम ने कहा, ‘मेरी
चिंता यही है कि कश्मीर के हालात से तनाव बढ़ सकता है। दोनों देश परमाणु
शक्ति संपन्न है इसलिए दुनिया को इस पर ध्यान देना चाहिए कि हम किन हालात
का सामना कर रहे हैं।’
इमरान खान ने प्रोपैगैंडा फैलाते हुए कहा कि भारत कश्मीर में फर्जी
ऑपरेशन भी चला सकता है जिससे पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के लिए उसे
आधार मिल सके। इमरान ने कहा कि ऐसी स्थिति में पाकिस्तान भी जवाब देने के
लिए मजबूर होगा।