पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75वीं जयंती कांग्रेस की अंतरिम
अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर इशारों-इशारों में निशाना साधते हुए
कहा कि राजीव गांधी को पूर्ण बहुमत मिला था लेकिन उन्होंने इसका इस्तेमाल
डर का माहौल बनाने में नहीं किया।
राजीन गांधी को याद करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि, “राजीव जी की याद
आज भी हमारे दिल में है। वो भारत को मजबूत, सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनाने
की बात करते थे। राजीव गांधी एक ऐसे प्रधानमंत्री थे जिन्होंने थोड़े से
समय में भारत की एकता की बात की और देश की बुनियादी सूरत बदलने का काम करके
दिखाया।”
सोनिया गांधी ने कहा कि, “1984 में वो (राजीव गांधी) विशाल बहुमत से
जीतकर आए थे लेकिन उन्होंने उस जीत का इस्तेमाल भय का माहौल बनाने और डराने
या धमकाने के लिए नहीं किया। संस्थाओं की स्वतंत्रता को नष्ट करने के लिए
नहीं किया। असहमति और मुख्तलिफ नजरियों को कुचलने के लिए नहीं किया,
लोकतांत्रिक परंपरा और जीवनशैली के लिए खतरा पैदा करने के लिए नहीं किया।”
उन्होंने कहा कि, “ये उन्हीं का फैसला था कि 18 साल के युवाओं को मतदान
का अधिकार मिले। पंचायतों और नगरपालिकाओं को वैधानिक दर्जा मिले। ये
लोकतंत्र की पहली सीढ़ी के रूप में उभर कर आगे आई। उन्होंने दूरसंचार
क्रांति करने का संकल्प किया और छोटे से समय में इसे कर दिखाया। उन्होंने
तकनीक की ताकत का इस्तेमाल न केवल परमाणु उर्जा, अंतरिक्ष और मिसाइल के
जरिए किया, बल्कि उन्होंने समाजिक बदलाव की रफ्तार को तेज करने के लिए
साइंस और टेक्नॉलोजी का पेय जल और कृषि के क्षेत्र में किया।”
यूपीए चेयरपर्सन ने कहा कि 1989 में कांग्रेस दोबारा पूरे बहुमत से
जीतकर नहीं आ सकी। राजीव ने इस हार को स्वीकार किया था। सबसे बड़े राजनीतिक
दल होने के बाद भी राजीव ने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया था। यह
उन्हें उनके नैतिक बल, उनकी उदारता और इमानदारी ने उन्हें ऐसा करने नहीं
दिया। सोनिया ने कहा कि ये आज कोई नहीं कर सकता जैसे राजीव ने किया और
राहुल ने किया।