पाकिस्तानी सरकार और विपक्ष के बीच 31 अक्टूबर को होने वाले जमीयत
उलेमा-ए-इस्लाम (जेयूआई-एफ) के ‘आजादी मार्च’ को लेकर शुक्रवार को गंभीर
बातचीत शुरू होगी। इस रैली का मकसद प्रधानमंत्री इमरान खान से इस्तीफे की
मांग करना है।
डॉन न्यूज को विपक्ष के सूत्रों ने बताया कि जेयूआई-एफ के नेता अकरम खान
दुरार्नी के आवास पर शुक्रवार शाम रक्षा मंत्री परवेज खट्टक की अगुवाई में
सरकार की टीम सभी प्रमुख विपक्षी दलों का प्रतिनिधित्व करने वाली 11
सदस्यीय रहबर समिति के साथ चर्चा करेगी।
सूत्रों ने बताया कि खट्टक, पंजाब प्रांत विधानसभा अध्यक्ष चौधरी परवेज
इलाही और कार्यवाहक अध्यक्ष सादिक संजरानी ने गुरुवार को औपचारिक रूप से
विपक्षी नेताओं से संपर्क कर मिलने का समय मांगा।
विपक्ष ने बुधवार को प्रधानमंत्री इमरान खान की घोषणा के बाद सरकारी टीम के
साथ बातचीत करने के लिए सहमति व्यक्त की है। प्रधानमंत्री खान ने कहा था
कि वे अदालतों द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार होने वाले मार्च को
अनुमति प्रदान करते हैं। डॉन न्यूज के अनुसार, विपक्ष के साथ बातचीत करने
वाली एक टीम के प्रतिनिधि द्वारा प्रधानमंत्री को सिफारिशें प्रस्तुत की गई
थी, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया