कोरोना की महामारी हो हराने के लिए आपका शहर लुधियाना 31 मार्च बंद कर दिया गया है। अभी तक जिले में एक भी पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है, लेकिन ऐहतियात जरूरी है। संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए जरूरी है कि लोग अपने घरों में ही रहें, इसलिए सीमाएं सील कर दी गई हैं। बहुत ही इमरजेंसी हालात में और पुलिस-प्रशासन की अनुमति से ही अब कोई शहर से बाहर जा सकेगा या प्रवेश कर सकेगा। इसी तरह से सरकारी दफ्तरों सहित सभी दुकानें, कारखाने, बाजार बंद रहेंगे। धारा 144 के तहत 5 से ज्यादा लोग एक जगह इकट्ठा हुए तो कार्रवाई होगी।
दूध, सब्जी, करियाना, दवाई जैसी रोजमर्रा की जरूरत के सामान और अस्पताल, पेट्रोल पंप जैसी जरूरी सेवाएं भी जारी रहेंगी। इसके अलावा आम आदमी की जानकारी के लिए कुछ जरूरी सवाल-जवाब इस तरह से हैं:-
लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस ने क्या खास इंतजाम किया गया है?
थानों और पुलिस लाइन से 80 फीसदी फोर्स को हमने फील्ड में उतार दिया है, जोकि बाहर से आने-जाने वाली हर गाड़ी की चैकिंग करेगी और लोगों पर नजर रखेंगे। शहर के चप्पे-चप्पे को सील कर दिया गया है। 2268 मुलाजिमों को सड़कों पर तैनात रहेंगे। लुधियाना पुलिस तैयार है, अब बस लोगों हमारा साथ दें और घरों में ही रहें।
थानों और पुलिस लाइन से 80 फीसदी फोर्स को हमने फील्ड में उतार दिया है, जोकि बाहर से आने-जाने वाली हर गाड़ी की चैकिंग करेगी और लोगों पर नजर रखेंगे। शहर के चप्पे-चप्पे को सील कर दिया गया है। 2268 मुलाजिमों को सड़कों पर तैनात रहेंगे। लुधियाना पुलिस तैयार है, अब बस लोगों हमारा साथ दें और घरों में ही रहें।
किन हालात में लोग घरों से बाहर निकल सकते हैं, बिना काम के कोई सड़क पर नजर आता है तो...?
हेल्थ संबंधी और किसी की पारिवारिक एमरजेंसी है तो उन्हें शहर में और बाहर जाने से कोई रोक-टोक नहीं है। अगर बिना किसी जायज या जरूरी काम से लोग सड़कों पर निकलते हैं तो पुलिस उन्हें फोर्सफुली भी घर भेंजेगी। अगर कानूनी कार्रवाई भी करनी पड़ी तो करेंगे। क्योंकि हमारा मकसद लोगों को सेफ करना है, उसके लिए हर मुलाजिम डटा हुआ है।
विदेश से आने वालों की ट्रैकिंग के लिए क्या सिस्टम है?
अम्बैसी के साथ हमारा टाइअप है, विदेश से जो भी लुधियाना आ रहें है, उनकी डिटेल इकट्ठा की जा रही है। हमारे पास पूरा रिकॉर्ड है और उसे रेगुलर, स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मिलकर चैक किया जा रहा है। लोग भी ऐसी जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम पर शेयर करें।
चोरी, लूट, मारपीट की शिकायत के लिए क्या लोग थाने आ सकते हैं?
नहीं, उन्हें इन छोटे मामलों के लिए थाने आने की जरूरत नहीं है। ऑनलाइन हमें शिकायत भेज सकतें है। हम एक्शन लेंगे। हां, अगर कोई बड़ा मामला या क्राइम है तो लोग थाने आ सकते हैं। उसके लिए उन्हें कोई रोक-टोक नहीं है।
ऑनलाइन मिलने वाली सुविधाएं बंद की गई थी, क्या अब आगे भी ऐसा ही रहेगा?
ऑनलाइन सभी चीजों की डिलिवरी की जाएगी। लोगों को राशन, खाने-पीने और दवाइयों संबंधी कोई दिक्कत नहीं आएगी।
रविवार को अखबारों के एजेंट्स व वेंडरों को जबरन उठाया दिया गया जबकि ये भी तो लोगों की जरूरत की सेवा में लगे हैं, अखबारों के माध्यम से देश-दुनिया की सही व सटीक खबरें घरों तक पहुंचाते हैं, इनके साथ पुलिस का ऐसा रवैया क्यों?
नहीं, ऐसा नहीं है। उन्हें इसलिए उठाया गया, क्योंकि वे एक झुंड में थे। अखबार के एजेंट्स, वेंडर अपना काम कर सकतें है, लेकिन एक-दूसरे से एक मीटर तक का फासला बना कर रखें। भीड़ जमा न करें। इसी तरह से सब्जी वाले, दूधवाले और बाकी के दुकान वाले बिना भीड़ जमा किए, अपना काम कर सकते हैं।
नहीं, ऐसा नहीं है। उन्हें इसलिए उठाया गया, क्योंकि वे एक झुंड में थे। अखबार के एजेंट्स, वेंडर अपना काम कर सकतें है, लेकिन एक-दूसरे से एक मीटर तक का फासला बना कर रखें। भीड़ जमा न करें। इसी तरह से सब्जी वाले, दूधवाले और बाकी के दुकान वाले बिना भीड़ जमा किए, अपना काम कर सकते हैं।