दिल्ली स्थित हजरत निजामुद्दीन मरकज के अंदर तबलीगी जमात की सभा होने के बाद देशभर में कोरोना के मामले बेहद तेजी से बढ़े और तबलीगी जमात पर ही कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड करने का आरोप लगा। वहीं केंद्र सरकार के आंकड़ों की मानें तो देशभर में पाए गए कुल कोरोनावायरस के मामलों में से ज्यादातर तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं। तबलीगी जमात मामले में मुख्य आरोपी मौलाना साद पर पुलिस ने लोगों को छिपाने का आरोप लगाया था।
लेकिन अबतक इस मामले में दिल्ली समेत पूरे भारत में कोरोना संकट को बढ़ाने वाले तबलीगी जमात पर कार्रवाई जारी है। अब दिल्ली पुलिस ने जमात के अमीर मौलाना मोहम्मद साद समेत कई लोगों पर गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। इसके साथ ही पुलिस ने वीजा नियमों का उल्लंघन करने वाले 1900 जमातियों को लुकआउट नोटिस जारी किया गया है।
दिल्ली पुलिस की तरफ से मौलाना साद सहित कुल 17 लोगों को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा गया है। हालांकि, इसमें से 11 लोग खुद को क्वारनटीन बताकर पुलिस के सामने आने से बच रहे हैं। मौलाना साद ने भी खुद को क्वारनटीन बताया था।
माना जा रहा है कि उसका आइसोलेशन पीरियड खत्म हो गया है और पुलिस कभी उसे गिरफ्तार कर सकती है। गौरतलब है कि जब स्पेशल क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद को नोटिस भेजा था तो उसने नोटिस के जवाब में यह कहा था कि फिलहाल में क्वॉरेंटाइन में हूं और मरकज पहुंचकर सारे सवालों के जवाब दूंगा।