अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने एक बड़े फैसले में बुधवार को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) को दी जाने वाली फंडिंग पर अनिश्चितकाल के लिए पूरी तरह रोक लगा दी. ट्रंप का आरोप है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले में WHO लगातार चीन (China) की तरफदारी करता रहा है जिससे अमेरिका समेत पश्चिमी देशों को काफी नुकसान पहुंचा है. ट्रंप के इस फैसले पर संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ये इस विवाद के लिए सही समय नहीं है.
यूनाइटेड नेशंस के सेक्रेट्री जनरल एंटोनियो गुटरेस ने कहा- ये इस तरह के विवादों के लिए सही वक़्त नहीं है जब WHO महामारी से लड़ने में जी-जान से जुटा हुआ है. ये वक़्त एकता का है, वैश्विक समुदाय को इस महामारी के समय में साथ खड़े रहना होगा जिससे इससे होने वाले नुकसान को कम से कम किया जा सके. हालांकि WHO की तरफ से ट्रंप के इस कदम पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.
'ट्रंप का ये कदम तबाही ला सकता है'
बॉस्टन यूनिवर्सिटी की इनफेक्शियस डिजीज स्पेशलिस्ट और स्पेशल पैथोजन यूनिट के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर नाहिद भदेलिया ने फेसबुक पर लिखी एक पोस्ट में ट्रंप के इस फैसले को तबाही लाने वाला बताया है. नाहिद के मुताबिक WHO के बजट में अमेरिका का योगदान करीब 15% है, ऐसी महामारी के दौरान इसे रोक देना दुनिया में तबाही ला सकता है. दुनिया करीब 100 सालों बाद इस तरह की महामारी झेल रही है और दोनों ही पक्षों को इस बात पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि WHO एक वैश्विक पार्टनर की तरह काम करता है और सभी देश उससे बीमारी से जुड़े डेटा और रिसर्च साझा करने में नहीं कतराते हैं.
'ट्रंप का ये कदम तबाही ला सकता है'
बॉस्टन यूनिवर्सिटी की इनफेक्शियस डिजीज स्पेशलिस्ट और स्पेशल पैथोजन यूनिट के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर नाहिद भदेलिया ने फेसबुक पर लिखी एक पोस्ट में ट्रंप के इस फैसले को तबाही लाने वाला बताया है. नाहिद के मुताबिक WHO के बजट में अमेरिका का योगदान करीब 15% है, ऐसी महामारी के दौरान इसे रोक देना दुनिया में तबाही ला सकता है. दुनिया करीब 100 सालों बाद इस तरह की महामारी झेल रही है और दोनों ही पक्षों को इस बात पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि WHO एक वैश्विक पार्टनर की तरह काम करता है और सभी देश उससे बीमारी से जुड़े डेटा और रिसर्च साझा करने में नहीं कतराते हैं.
अमेरिका में बीते 24 घंटे में हुईं 2400 मौतें
अमेरिका में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के नए मामलों में तेजी दर्ज की गयी है. मंगलवार का दिन अमेरिका के काफी बुरा साबित हुआ और देश भर में कोरोना संक्रमण के करीब 27000 नए मामले सामने आए. सिर्फ इतना ही नहीं बीते 24 घंटों में इस संक्रमण की चपेट में आए 2403 लोगों की मौत भी हो गयी है. इसी के साथ अमेरिका में कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या अब 26,047 हो गयी है.
अमेरिका में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के नए मामलों में तेजी दर्ज की गयी है. मंगलवार का दिन अमेरिका के काफी बुरा साबित हुआ और देश भर में कोरोना संक्रमण के करीब 27000 नए मामले सामने आए. सिर्फ इतना ही नहीं बीते 24 घंटों में इस संक्रमण की चपेट में आए 2403 लोगों की मौत भी हो गयी है. इसी के साथ अमेरिका में कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या अब 26,047 हो गयी है.