देश में बढ़ते कोरोना कहर के बीच भारत सरकार ने टेस्टिंग की नीति में बदलाव किया है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने अब कोविड-19 के लिए टेस्टिंग ऑन डिमांड की इजाजत दे दी है। आईसीएमआर ने राज्यों अपनी आवश्यकताओं के अनुसार गाइडलाइंस को अपना सकती और संशोधित कर सकती हैं। इसमें राज्य को कहा गया है कि अगर कोई शख्स जो खुद का टेस्ट कराना चाहते हैं (टेस्टिंग ऑन डिमांड) उनके लिए राज्य सरकारें नियम तय कर सकती हैं।
राष्ट्रीय अनुसंधान एजेंसी ने अपनी सलाह में कहा "आईसीएमआर की सलाह सामान्य है और राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के विवेक के अनुसार संशोधित किया जा सकता है"।
दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा राज्य सरकार को पुनर्मूल्यांकन के लिए असिम्पटॉमिक रोगियों को टेस्ट के लिए शामिल करने के लिए कहने के बाद यह सलाह दी गई। ICMR ने अदालत को बताया कि यह सिर्फ एक सलाहकार निकाय है और राज्य अपनी आवश्यकताओं के अनुसार परिवर्तन करने के लिए स्वतंत्र हैं।
रैपिड एंटीजन टेस्टिंग (आरएटी) कोविड-19 कंट्रीब्यूशन जोन में स्क्रीनिंग के लिए पसंदीदा रणनीति है। इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों वाले लोग, सभी प्रत्यक्ष और उच्च जोखिम वाले संपर्क (परिवार के सदस्य, सहकर्मी, 65 से ऊपर के लोग, इम्युनोकोप्रोमाइज्ड, या मधुमेह, उच्च रक्तचाप, या हृदय, गुर्दे और फेफड़ों की बीमारियों जैसी स्थिति) की जांच की आवश्यकता होती है।
भारत में कोरोना वायरस की रफ्तार थमने की बजाय बढ़ती ही जा रही है। ये आंकड़ा 40 लाख को पार कर चुका है। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के रिकॉर्ड 86432 नए मामले सामने आए हैं। वहीं कुल 1089 मौतें दर्ज की गईं। कुल 8,46,395 सक्रिय मामलों सहित ये संख्या 40,23,179 हो गई है। 31,07,223 लोग रिकवर हो चुके हैं जबकि मरने वालों की कुल संख्या 69,561 हो गई है।इससे पहले शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस के 83,341 नए पॉजिटिव केस दर्ज किए गए, वहीं 1,096 मरीजों की मौत हो गई। वहीं कोरोना टेस्ट की बात करें तो 3 सितंबर को 11,69,765 कोरोना सैंपल की जांच हुई।
40 लाख से अधिक मामलों के साथ भारत अब पूरे विश्व में दूसरे स्थान के करीब पहुंच गया है। संक्रमण के मामले में अमेरिका पहले और ब्राजील दूसरे स्थान पर है। वैश्विक महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या 61 लाख को पार कर 6149289 पर पहुंच गई है और अब तक 186786 लोगों की इससे जान जा चुकी है।