उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड के पीड़ित परिवार को अब भी वहां असुरक्षा का भय सता रहा है। शायद यही वजह है कि हाथरस कांड में 19 साल की दलित पीड़िता का परिवार दिल्ली शिफ्ट होना चाहता है। पीड़िता के परिवार का कहना है कि अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वे दिल्ली शिफ्ट होना चाहते हैं। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में पीड़िता के भाई ने कहा कि राज्य सरकार हमें गांव से दिल्ली शिफ्ट होने में मदद करे। बता दें कि पिछले महीने हाथरस में 19 साल की दलित लड़की के साथ गैंगरेप हुआ था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक वे यह भी चाहते हैं कि पीड़िता से गैंगरेप और हत्या की जांच दिल्ली में हो। भाई ने कहा परिवार चाहता है कि मामला दिल्ली स्थानांतरित कर दिया जाए, हम भी वहां शिफ्ट होना चाहते हैं। सरकार को इस संबंध में हमारी मदद करनी चाहिए, हम उन पर निर्भर हैं। हम चाहते हैं कि हम जहां रहें सुरक्षित रहें।'
बता दें कि गुरुवार को जब उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित गैंगरेप केस और मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई, तब भी पीड़ित परिवार ने अपील की थी कि इस मामले का ट्रायल दिल्ली में हो। हालांकि, दलीलें सुनने केबाद सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया, मगर मामले को इलाहाबाद हाईकोर्ट भेजने के संकेत दिए।
हाथरस के एक गांव में 14 सितंबर को 19 वर्षीय दलित लड़की से चार लड़कों ने कथित रूप से बलात्कार किया था। इस लड़की की 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पीड़िता की 30 सितंबर को रात के अंधेरे में उसके घर के पास ही अंत्येष्टि कर दी गई थी। उसके परिवार का आरोप है कि स्थानीय पुलिस ने जल्द से जल्द उसका अंतिम संस्कार करने के लिए मजबूर किया। स्थानीय पुलिस अधिकारियों का कहना है कि परिवार की इच्छा के मुताबिक ही अंतिम संस्कार किया गया।