व्यक्ति बातचीत में कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो लेकिन सांसों की बदबू उसका आत्मविश्वास कम कर ही देती है। इसका सबसे बड़ा कारण ब्राशिंग से जुड़ी कुछ कॉमन गलतियां है। ब्रश तो व्यक्ति रोज करता है लेकिन दांतों की खूबसूरती और सेहत बनाएं रखने के लिए दिन में कितनी बार ब्रश करें, कितनी देर तक ब्रश करें, कौन सा पेस्ट यूज करें, इन सब सवालों से अनजान बना रहता है। जो थोड़े समय बाद सांसों की बदबू, कमजोर मसूड़े और कमजोर दांत की समस्या पैदा करता है। इन समस्याओं से निजात पाने के लिए आइए जानते हैं क्या है ब्रशिंग का सही तरीका।
रोजाना ब्रश करने के फायदे-
- रोजाना ब्रश करने से दांतों में प्लाक की समस्या पैदा नहीं होती है।
- रोजाना ब्रश करने से दांतों में कैविटी नहीं होती है।
- मसूड़ों से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम रहता है।
- ओरल कैंसर का जोखिम भी कम हो जाता है।
कितनी देर तक ब्रश करना सही-
अमेरिकन डेंटल एसोसिसएशन के अनुसार व्यक्ति को रोजाना दिन में 2 बार ब्रश करना चाहिए। ब्रश करने का समय 2 मिनट का होना चाहिए। 2 मिनट से कम समय तक ब्रश करने से दांतों में जमा प्लाक नहीं हटता। जबकि 2 मिनट से ज्यादा समय तक दांतों को रगडने से ते रहते हैं. ऐसा करने से दांतों का इनैमल (Enamel) खराब हो जाता है।
कैसा हो टूथब्रश?
दांतों को साफ करने के लिए हमेशा सॉफ्ट ब्रिसल्स (Bristles) वाले टूथब्रश का इस्तेमाल करें। हार्ड ब्रिसल्स वाले ब्रश न सिर्फ दांतों का इनैमल खराब करते हैं बल्कि मसूड़ों से जुड़ी दिक्कतें भी पैदा कर सकते हैं।
कैसा टूथपेस्ट करें इस्तेमाल-
ब्रश करने के लिए आपको ऐसे टूथपेस्ट (Toothpaste) का इस्तेमाल करना चाहिए जिसमें फ्लोराइड (Fluoride) की मात्रा सही हो। वयस्कों के टूथपेस्ट में 1350 पीपीएम फ्लोराइड तो 6 साल से कम उम्र के बच्चे के टूथपेस्ट में 1000 पीपीएम फ्लोराइड होना चाहिए। 3 से 6 साल के बच्चों को मटर के दाने के बराबर टूथपेस्ट का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
ब्रश करने का सही समय-
डेंटिस्ट व्यक्ति को दिन में 2 बार सुबह और सोने से पहले दांतों को साफ करने की सलाह देते हैं। इसके अलावा ध्यान रखें कि किसी भी तरह के एसिडिक (Acidic) फूड या ड्रिंक का सेवन करने के तुरंत बाद ब्रश न करें। ऐसा करने से एसिड की वजह से दांत के इनैमल कमजोर हो जाते हैं और ब्रश करने पर हट जाते हैं।