राम मंदिर निर्माण के लिए 230 करोड़ रुपये से ज्यादा एकत्र, रविंद्रपुरी ने 21 लाख दिये

अयोध्या में रामलला के जन्मस्थान पर श्रीराम मंदिर के लिए नींव की खुदाई का काम शुरू हो चुका है। एक तरफ मंदिर के लिए लोग बढ़-चढ़कर दान दे रहे हैं तो दूसरी तरफ इंजीनियर मंदिर की नींव की डिजाइन फाइनल करने में लगे हैं। उम्मीद की जा रही है कि अगले महीने नींव की डिजाइन तैयार होते ही मंदिर का निर्माण तेज गति से शुरू हो जाएगा। 


श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के स्वामी गोबिंद देव गिरी ने बताया कि देश भर से निधि सम्मान अभियान में मंदिर के लिए 230 करोड़ रुपये से ज्यादा एकत्र हो चुके हैं। हरिद्वार के भारत माता मंदिर में उन्होंने कहा कि समाज के सभी क्षेत्रों से मंदिर निर्माण के लिए स्वैच्छिक योगदान हो रहा है।  

उन्होंने कहा कि निधि समर्पण अभियान से अयोध्या में बन रहे मंदिर में ज्यादा से ज्यादा लोगों का योगदान होगा। राम मंदिर देशवासियों की श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है, इसलिए लोगों से स्वेच्छा से इसके निर्माण के लिए योगदान मांगा जा रहा है।
स्वामी गोविंद देव ने कहा कि पांच सौ साल के संघर्ष के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से  पिछले साल 5 अगस्त को भूमि पूजन हुआ और मंदिर निर्माण का सपना साकार हो रहा है। 

उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण तीन चरणों में किया जा रहा है। तकनीकी समिति 10 फीट खुदाई कार्य के साथ पूरी निर्माण प्रक्रिया की देखरेख कर रही है। नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, मलेशिया, सिंगापुर, थाइलैंड जैसे देशों से तीर्थयात्रियों और धार्मिक विद्वानों को भी ला रहे हैं ताकि वे अयोध्या और देश के अन्य धार्मिक-आध्यात्मिक स्थलों की यात्रा कर सकें।

इस बीच समाज के विभिन्न वर्गों के लोग, अखाड़े और संत समाज इस अभियान में अपना योगदान देने के लिए आगे आ रहे हैं। श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन का अंग रहा संत समाज संग्रह अभियान में खुलकर योगदान दे रहा है। नरसिंह धाम पीठ के पंडित जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी अयोध्याचार्य ने भी पांच लाख का दान दिया। भारत माता मंदिर ट्रस्ट ने भी स्वामी गोविंद देवी गिरी को 51 हजार का दान दिया। साथ ही गरीबदास आश्रम के आध्यात्मिक संत रवि देव शास्त्री और महंत हरिहरानंद शाहानंद ने भी 51 हजार दान किया।


संतों से सहयोग के लिए प्रस्ताव लाने की घोषणा
पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी को 21 लाख का चेक सौंपा। मंदिर निर्माण में सभी संत और महात्माओं से सहयोग करने के लिए पंचायत अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने एक प्रस्ताव लाने की घोषणा भी की है।

श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि भगवान श्रीराम के मंदिर के लिए सहयोग करने की अभी शुरुआत की है। देश के सभी संत और महंतों से श्रीराम मंदिर के लिए अपना सहयोग देने की अपील करेंगे। रविंद्र पुरी ने कहा कि सभी संत और महात्मा श्रीराम मंदिर निर्माण में सहयोग करें, इसके लिए एक प्रस्ताव पारित करने जा रहे हैं। विहिप के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी ने कहा कि पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी शुरू से ही श्रीराम मंदिर निर्माण के आंदोलन के लिए सहयोग करता आया है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख पदम सिंह ने कहा कि संत महंतों के आशीर्वाद से विश्व का सबसे बड़ा दिव्य और भव्य श्री राम मंदिर बनने जा रहा है। इस अवसर पर श्रीमहंत राम रतन गिरी, महंत मनीष भारती, महंत राधे गिरी, महंत नरेश गिरी, महंत केशव पुरी, मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल शर्मा, विहिप के जिलाध्यक्ष नितिन गौतम, मयंक चौहान, राहुल सारस्वत आदि उपस्थित थे।