जी7 के मेहमान देशों की दूसरी बैठक मंगलवार को संपन्न हुई। भारत की ओर से इसमें देश के जी7 शेरपा (दूत) सुरेश प्रभु ने हिस्सा लिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बागची ने बताया कि ब्रिटेन की अध्यक्षता में हुई बैठक में स्वास्थ्य क्षेत्र में वैश्विक समुदाय के बीच सहयोग के अलावा नवंबर में प्रस्तावित संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई।
ब्रिटेन ने इस साल ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और दक्षिण अफ्रीका के अलावा भारत को भी जी7 सम्मेलन में मेहमान के रूप में आमंत्रित किया है।
जी7 यानी ग्रुप-7 दुनिया की सात सबसे विकसित अर्थव्यवस्थाओं का समूह है। इसमें ब्रिटेन के अलावा कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमरीका शामिल हैं। शुरुआत में यह छह देशों का समूह था, जिसकी पहली बैठक 1975 में हुई थी। 1976 में कनाडा भी इससे जुड़ गया।
जी7 देशों के मंत्री और नौकरशाह आपसी हितों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने के लिए हर साल मिलते हैं। हर सदस्य देश बारी-बारी से इस समूह की अध्यक्षता करता है। उसे दो दिवसीय वार्षिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी भी मिलती है।