प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित समिति रविवार को फिरोजपुर पहुंची। मामले की जांच कर रही इस समिति का गठन सुप्रीम कोर्ट ने किया है। समिति ने फिरोजपुर-मोगा रोड पर पियारियाना गांव के समीप उस फ्लाईओवर का दौरा किया जहां प्रधानमंत्री का काफिला पांच फरवरी को करीब 20 मिनट के लिए फंसा रहा था। दल घटनास्थल का निरीक्षण करने के लिए लगभग आधे घंटे तक वहां रहा।
दल ने उस दिन हुए घटनाक्रम का जायजा लेने के लिए रैली स्थल और फिरोजशाह गांव का दौरा किया। प्रधानमंत्री का काफिला फिरोजपुर में कथित तौर पर किसानों द्वारा रास्ता रोके जाने के कारण एक फ्लाईओवर पर फंसा रहा था जिसके बाद वह एक रैली समेत किसी भी कार्यक्रम में शामिल हुए बगैर पंजाब से लौट आए थे।
जांच कमेटी में जस्टिस मल्होत्रा के साथ चंडीगढ़ के डीजीपी, एनआईए के आईजी, पंजाब के एडीजीपी सुरक्षा और पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल भी थे। प्रधानमंत्री के दौरे से जुड़ा पूरा रिकॉर्ड पहले ही कमेटी के पास पहुंच चुका है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सुरक्षा चूक की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस इंदु मल्होत्रा की अध्यक्षता में 12 जनवरी को पांच सदस्यीय समिति का गठन किया था।
है पूरा मामला?
5 जनवरी को पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फिरोजपुर में दौरा था। मौसम खराब होने की वजह से उन्हें सड़क मार्ग से जाना पड़ा लेकिन इस दौरान हुसैनीवाला से 30 किलोमीटर दूर रास्ते में प्रदर्शनकारी मिल गए जिस कारण उनका काफिला तकरीबन 20 मिनट बेहद असुरक्षित क्षेत्र में एक फ्लाईओवर के ऊपर रुका रहा। जिस इलाके में मोदी का काफिला रुका था, वह आतंकियों के अलावा हेरोइन तस्करों का गढ़ माना जाता है।