भारतीय सीमाओं पर तौनात हमारे जवान दिन रात सीमा की सुरक्षा में लगे
रहते हैं। इसके साथ ही वायुसेना और जल सेना भी अपने काम को बखूबी से अंजाम
देती रहती है। अब वायुसेना को और ज्यादा ताकतवर बनाने के लिए एएच-64ई अपाचे
हेलिकॉप्टर को शामिल किया जाएगा।
उन्हें वायुसेना में शामिल करने के लिए हिंडन एयरबेस से पठानकोट एयरबेस
भेजा गया है। ये हेलिकॉप्टर वायुसेना में एमआई-35 हेलिकॉप्टरों की जगह
लेंगे।
आपको बता दें कि भारत ने अमेरिका के साथ 22 अपाचे गार्जियन अटैक
हेलिकॉप्टर खरीदने का करार किया है। इससे पहले अमेरिका के एरिजोना स्थित
प्रोडक्शन फैसिलिटी सेंटर में भारतीय वायुसेना को पहला अपाचे हेलिकॉप्टर
मिला था।
यह मल्टी रोल फाइटर हेलिकॉप्टर है, जो करीब 300 किमी प्रति घंटे तक की
स्पीड से उड़ सकता है। अपाचे हेलिकॉप्टर में दो हाई परफॉर्मेंस इंजन लगे
हुए हैं।
अपाचे हेलिकॉप्टर को लेजर, इन्फ्रारेड और अन्य नाइट विजन सिस्टम से लैस
किया गया है। यह हेलिकॉप्टर अंधेरे में भी दुश्मनों को निशाना करके हमला कर
सकता है। इतना ही नहीं, अपाचे हेलिकॉप्टर की मदद से अत्याधुनिक मिसाइलों
को भी दागा जा सकता है। इसके साथ ही कई तरह के गोला और बारूद को भी गिराया
जा सकता है।