प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को फ्रांस की राजधानी पेरिस में
भारतीय समुदाय को संबोधित किया। जैसे ही वह पेरिस में स्थित यूनेस्को
कार्यालय में पहुंचे वहां मौजूद लोगों ने मोदी-मोदी के नारे लगाने शुरू कर
दिए। पीएम मोदी ने बीच में उठकर लोगों को शांति बनाए रखने को कहा और पहले
राष्ट्रगान के लिए खड़े होने की अपील की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से पहले यहां पर एक स्मारक का
उद्घाटन किया गया है। ये स्मारक एयर इंडिया के दो दुर्घटनाग्रस्त विमानों
की याद में बनाया गया है, जिसका उद्घाटन अब प्रधानमंत्री के हाथों हुआ है।
इसी विमान हादसे में होमी जहांगीर भाभा का निधन हुआ था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस में अपने संबोधन की शुरुआत स्थानीय
भाषा में की। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस की दोस्ती अटूट है, ऐसा
कोई फैसला नहीं है जब दोनों देशों ने एक दूसरे का समर्थन ना किया हो। अच्छी
दोस्ती का मतलब ये है कि सुखदुख में एकदूसरे का साथ देना। भारत में फ्रांस
की फुटबॉल टीम को चाहने वालों की संख्या यहां से ज्यादा भारत में हैं।
फ्रांस ने जब फुटबॉल का वर्ल्डकप जीता तो भारत में भी जश्न मना था।
पीएम मोदी ने इस दौरान उन गाइड्स और लोगों का शुक्रिया अदा किया,
जिन्होंने एयरइंडिया के विमान क्रैश होने के बाद उनके मलबे को ढूंढने की
मदद की थी। साथ ही उन्होंने इस मेमोरियल को बनाने के लिए फ्रांस की सरकार
और जनता का शुक्रिया अदा किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन दिनों पेरिस राम में रम गया है, मोरारी बापू
की वजह से लोग राम की भक्ति में डूबे हैं। जो इंद्र के लिए समय नहीं बदलते
हैं उन्होंने नरेंद्र के लिए समय बदला है, साथ ही उन्होंने कहा कि अगर मेरे
पास समय होता तो उनके कार्यक्रम में जाता। PM बोले कि 4 साल पहले जब
फ्रांस आया था तो एक वादा किया था, मैं खुद को वादा याद दिलाने वाला नेता
हूं वरना नेता वादा भूल जाते हैं।
पेरिस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यहां पर फुटबॉल को पसंद
किया जाता है, उससे गोल का महत्व भी बढ़ता है। मैंने भी अपनी सरकार के लिए
कुछ गोल रखे हैं, जिन्हें हम आगे पूरा करेंगे। हमने ऐसे कई गोल पूरे किए
हैं जो नामुमकिन माने जाते थे। हमने दुनिया में सबसे ज्यादा बैंक खाते
खोले, सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम चलाई, साथ ही कई ऐसे काम किए जो कोई नहीं कर
पाया था।
पीएम मोदी ने कहा, आज नए भारत में भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, परिवारवाद,
जनता के पैसे की लूट, आतंकवाद पर जिस तरह लगाम कसी जा रही है वैसा पहले
कभी नहीं हुआ। नए भारत में थकने, रुकने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने तीन तलाक को खत्म किया, नए भारत में
रुकने का सवाल ही नहीं है। हमारी सरकार को अभी 75 दिन ही हुए हैं, मुस्लिम
बहन-बेटियों के साथ पहले देश में तीन तलाक जैसी कुप्रथा होती थी। लेकिन
हमने इस कुप्रथा को खत्म कर दिया और महिलाओं को समानता का हक दिया।
पेरिस में पीएम मोदी ने कहा कि हमने पानी को बचाने के लिए अलग से
मंत्रालय बनाया है, हमारा चंद्रयान सितंबर में चांद पर उतरने वाला है। हमने
चाइल्ड प्रोटेक्शन, हेल्थ के क्षेत्र में बड़े कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा
कि भारत और फ्रांस एक दूसरे के लिए लड़े भी हैं और जिए भी हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रथम विश्वयुद्ध में 9000 भारतीय सैनिकों ने
अपनी जान दी थी। यहां रहने वाले हर हिंदुस्तानी को ये आंकड़ा नहीं भूलना
चाहिए। हमने फासिस्म का मुकाबला भारत और फ्रांस में किया है। भारत और
फ्रांस आज सोलर से लेकर कई अन्य क्षेत्रों में एक साथ आगे बढ़ रहे हैं।
आज अगर भारत और फ्रांस दुनिया के बड़े खतरों से लड़ने में नजदीकी सहयोग
कर रहे हैं तो उसका कारण भी यह साझा मूल्य ही है, चाहे वह आंतकवाद हो या
फिर climate change। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के मूल्यों को इन खतरों से
बचाने की हमारी collective responsibility को हमने भली भांति स्वीकारा है।
इस दौरान पीएम ने भारत फ्रांस की दोस्ती पर नई परिभाषा भी दी। उन्होंने इसे
INFRA का नाम दिया।
उन्होंने कहा कि आजकल हम 21वीं सदी के INFRA की बात करते हैं. अगर IN +
FRA कर दें तो INDIA और FRANCE का Alliance बनता है। जो कि Solar Infra से
लेकर Social Infra तक, Technical Infra से लेकर Space Infra तक, Digital
Infra से लेकर Defence Infra तक, भारत और फ्रांस का Alliance मजबूती से आगे
बढ़ रहा है।
मुझे बताया गया है कि गणपति महोत्सव पेरिस के cultural calendar की मुख्य विशेषता बन गया है।
इस दिन पेरिस mini India में बदल जाता है। यानि अब से कुछ दिन बाद ही यहां गणपति बप्पा मौर्या की गूंज भी सुनाई देगी: PM
प्रधानमंत्री ने कहा कि फ्रांस में बसे भारतीय अपने योगदान के जरिए लोगों
का दिल जीत रहे हैं, यहां के विकास में अपना योगदान भी दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब से कुछ दिनों में लोग यहां गणेश चतुर्थी मनाएंगे
और पेरिस की सड़कें गणपति मोरया से गूंजेंगी तो वहीं पीएम ने लोगों को
जन्माष्टमी की बधाई भी दी।
पीएम मोदी ने कहा कि कि अब देश में टेंपरेरी की कोई जगह नहीं है, गांधी
और बुद्ध के देश में टेंपरेरी को निकालते निकालते 70 साल चले गए। मुझे तो
समझ वहीं आ रहा कि हंसना है या रोना है। साफ है कि पीएम मोदी का इशारा
अनुच्छेद 370 को लेकर था।